योगिक प्लान जो कि 4 वर्ष की आयु से शुरू होते हैं

विभिन्न रोगों के निदान हेतु विशेष रूप से परिष्कृत योगिक प्लांस | प्रोढ़, बच्चों एवं वयस्कों के लिए ऑनलाइन योग की क्लासेज |

तनाव से मुक्ति के योगिक तरीके, सभी उम्र के व्यक्तियों हेतु

योग की तकनीकों द्वारा तनाव से मुक्ति | आपके सदैव प्रसन्न चित्त रहने के मार्ग को चुनने में,हमारी प्रोफेशनल एवं अनुभवी काउंसलिंग साइकोलॉजिस्ट का मार्गदर्शन |

योगिक भोजन एवं न्यूट्रिशन, सभी आयु वर्ग के लिए

हमारी प्रोफेशनल एवं अनुभवी न्यूट्रीशनिस्ट के साथ प्राचीन योगिक भोजन पद्धति एवं न्यूट्रिशन का सरलीकरण |

अंतस यात्रा

अंतस यात्रा – आपके श्रेष्ठतम विस्तार की योगिक तकनीक | यह योगिक प्रोग्राम आपको दिशा दिखाएगा कि कैसे आप अपने दैनिक जीवन में सर्वश्रेष्ठ बने रह सकते हैं | अधिक जानकारी के लिए यहां अंतस यात्रा प्रोग्राम पर क्लिक करें |

हमारी योग थेरेपी की सेवाएं

रोग निदान में सहायक योग के ऑनलाइन प्रोग्राम्स

प्राचीन योगिक पद्धति पर आधारित प्लांस जो की रोग निदान में सहायक है |  अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें  हमारे रोग निदान में सहायक योग के प्रोग्राम्स

ऑनलाइन योगिक न्यूट्रिशन प्रोग्राम

योगिक न्यूट्रिशन प्लान सभी आयु वर्ग के लिए, 4 वर्ष की आयु से प्रारंभ |

योग के द्वारा तनाव मुक्ति के ऑनलाइन प्रोग्राम्स

हमारी प्रोफेशनल साइकोलॉजिस्ट के साथ में वन टू वन सेशंस के द्वारा तनाव मुक्ति का प्रबंधन |

ऑनलाइन मेडिटेशन क्लासेज

ऋषि के साथ में ऑनलाइन मेडिटेशन की क्लासेस को प्रारंभ करें | एवं सीखे की कैसे मस्तिष्क में चिर शांति की स्थापना की जा सकती है |

ऑनलाइन योग की क्लासेज सभी आयु वर्ग के लिए

विशेष रूप से परिष्कृत की गई योग की क्लासेस जहां पर शारीरिक एवं मानसिक संतुलन पर विशेष ध्यान दिया गया है |

दिव्यांग व्यक्तियों के लिए ऑनलाइन योग क्लासेस

डिसेबिलिटी के व्यक्तिगत स्तर एवं चुनौती के आधार पर निर्मित, परिष्कृत योगासन प्रोग्राम्स |

हमारे सब्सक्राइबर्स से

योग के अनुशासन में एक निरन्तरता है जिसके मूल में प्राचीन भारत के ऋषि मुनियों की जिज्ञासा और उसके अनुरूप  किए गए गहन अध्ययन का समावेश है। योगावास में हमारा प्रयास यह भी है कि हम लोगों का साक्षात्कार उस योग से करवा सकें जिसका उल्लेख भगवान श्री कृष्ण ने भगवद गीता में किया है। भगवद गीता (2.50) में प्रभु श्री कृष्ण कहते हैं, “योगः कर्मसु कौशल” अर्थात कर्म में कौशल ही योग है। हमारी योग आधारित विभिन्न गतिविधियों में भी यही भाव अंतर्निहित है। हमारी इन योग कार्यक्रमों का यही उद्देश्य है कि व्यक्ति जीवन जीने का कौशलसीखे, और मन के भावों को रूपांतरित करना सीखें । योगावास के कार्यक्रम व्यक्ति को कार्यकुशल बनाते हैं।

योग थेरेपी के स्वास्थ्य लाभ

 योग के अभ्यास की निरंतरता से जीवन में अतुलनीय लाभों की प्राप्ति होती है.