स्कूल के लिए योग -School ke liye Yog
स्कूलों में योग क्यों अति आवश्यक है आइए समझते हैं | प्राचीन समय से ही भारत में योग एक उपकरण के रूप में रहा है जिससे मनुष्य ने शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य का संवर्धन किया है | वर्तमान आधुनिक समय में योग की ख्याति वैश्विक स्तर पर है | वर्तमान समय में संपूर्ण विश्व योग को समझता है एवं उसे आत्मसात कर रहा है |
स्कूलों में योग करवाने का उद्देश्य यद्यपि बिल्कुल सीधा है किंतु एक बड़े अर्थों में बहुत विशेष है | एक बच्चा जिस प्रकार से गणित की गणनाओं को जोड़, बाकी गुणा,भाग को रोज स्कूल में सीखता है ठीक वैसे ही योग के माध्यम से कैसे शारीरिक स्वास्थ्य एवं मानसिक स्वास्थ्य को पाया जा सकता है,यह जानने के लिए विभिन्न योगिक टेक्निक्स को बच्चों को सीखना चाहिए | समग्र स्वास्थ्य की प्राप्ति में योग के विशिष्ट योगदान की वजह से योग बच्चों के लिए और भी महत्वपूर्ण हो जाता है |
एक समाज के रूप में हमारा दायित्व है कि हम हमारे बच्चों को न सिर्फ योगिक ज्ञान की जानकारी दें,बल्कि स्वस्थ जीवन शैली को पाने के लिए योग को अपनाने हेतु प्रेरित भी करें | स्वस्थ रहने के लिए योग एक मार्गदर्शक का कार्य करता है | बच्चे यदि योग करेंगे तो जीवन के प्रारंभिक काल में ही न सिर्फ सात्विक संस्कार आएंगे बल्कि जीवन को समग्रता में देखने का दृष्टिकोण भी विकसित होगा | स्वस्थ बच्चे ही स्वस्थ युवा एवं स्वस्थ प्रोढ़ बनते हैं | स्पष्ट है इससे खुशहाल तथा आनंद से परिपूर्ण राष्ट्र एवं विश्व का निर्माण होता है
स्कूलों में योग कराने के लाभ
बच्चे एक स्वस्थ जीवन शैली को अपना पाते हैं |
योग बच्चों के जीवन की दैनिक दिनचर्या का अंग बन पाता है |
प्राणायाम एवं मेडिटेशन के द्वारा बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य श्रेष्ठ स्तर का बना रहता है |
शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ बच्चा खुशी और आनंद की अनुभूति प्राप्त करता है |
स्कूल प्रशासन को बच्चों के क्लासरूम एवं सामान्य रूप से किए जाने वाले व्यवहार मे सामंजस्य बिठाने में सुविधा हो जाती है |.
बच्चों का मानसिक कौशल बढ़ता है,जिससे वे गैजेट एडिक्शन तथा अस्वस्थ कारक खाने-पीने की आदतों से दूर हो पाते हैं |
प्रोग्राम्स की जानकारी
हमारे प्रोग्राम्स बच्चों को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने की ओर सहज रूप से आकर्षित करते हैं |
हम सामग्र स्वास्थ्य हेतु निम्नलिखित तीनों स्तंभों पर कार्य करते हैं : शारीरिक स्वास्थ्य,मानसिक स्वास्थ्य, आध्यात्मिक स्वास्थ्य हमारा मानना है कि इन तीनों पर समान रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है |
प्रत्येक बच्चे की निजी खाने की आदतों एवं पेटर्न्स को समझना : हम संतुलित एवं कर सकने योग्य योग डाइट के अभ्यास को बढ़ावा देते हैं |
समूह विशेष के लिए परिष्कृत करना : हम योग के आसान सटीक तकनीक के माध्यम से करवाते हैं | साथ ही साथ यह भी ध्यान रखते हैं कि बच्चे उसको सहज रूप से आसानी से कर पाए |
हम इस बात का विशेष ध्यान रखते हैं कि आसन एवं उनको करने की टेक्निक आपके लिए बिलकुल पेन फ्री हो | उनको करने में आपको कोई असहजता ना हो | विद्यार्थी को अती की ओर नहीं धकेलते बल्कि आपके लिए सहज एवं आनंदमयी रूप से आसनों को करने का का वातावरण तैयार करते हैं
हम योगासनों एवं एक्सरसाइज की ऐसी श्रृंखला तैयार करते हैं जो आप आसानी से कर पाए.
हम आपको समुचित विश्राम का पैटर्न भी सिखाते हैं
हमारे प्रोग्राम्स में क्या सम्मिलित है
आवश्यकता अनुसार परिष्कृत योगासन
आवश्यक जीवन शैली संबंधी बदलाव
योगिक भोजन संबंधी सलाह
सूर्य नमस्कार,तकनीक सहित
संतुलित एवं प्रभावशाली कार्डियो,उचित रक्त के संचार हेतु
ध्यान मेडिटेशन
प्राणायाम
हमारे प्रोग्राम्स को करने की कार्य प्रणाली
हमारे योगा थैरेपिस्ट समूह विशेष को सप्ताह में दो योग सेशंस करवाते हैं | ये सेशंस ऑनलाइन अथवा स्वयं उपस्थित होकर दोनों रूप से हो सकते हैं |
3 महीने की समय अवधि में कुल 24 योगा सेशन करवाए जाते हैं
योगा थैरेपिस्ट समूह को आसनों का अभ्यास करवाते हैं | यह विशिष्ट रूप से ध्यान रखा जाता है की आसन सही तकनीक से बच्चे कर पाए |.
हमारे सीनियर न्यूट्रीशनिस्ट समूह विशेष को स्वयं उपस्थित होकर अथवा ऑनलाइन 1 दिन का वर्कशॉप करवाती है | जिसमें बच्चों को न्यूट्रिशस भोजन एवं जीवन शैली संबंधी जानकारी दी जाती है |
प्रथम दिन के न्यूट्रिशन सेशन को ही आगे बढ़ाते हुए हमारी न्यूट्रीशनिस्ट एक और न्यूट्रीशन सेशन का आयोजन करती है जिसमें बच्चों को समझाया जाता है कि उनको क्या खाना चाहिए ? या कौन सी ऐसी चीज है जिनको खाने से उन्हें बचाना चाहिए? इस तरह कुल मिलाकर पांच वर्कशॉप हमारी न्यूट्रीशनिस्ट द्वारा संपादित किए जाते हैं |
हमारी मेंटल हेल्थ साइकोलॉजिस्ट बच्चों के समूह विशेष के साथ में स्वयं उपस्थित होकर अथवा ऑनलाइन वर्कशॉप का आयोजन करती है | जिसमें बच्चों के जीवन पर स्पष्ट रूप से दिखाई देने वाले तनाव एवं ना दिखाई देने वाले तनाव के बारे में जानकारी दी जाती है |
प्रथम दिन के सेशन को ही आगे जारी रखते हुए हमारी काउंसलिंग साइकोलॉजिस्ट बच्चों के साथ स्वयं उपस्थित होकर अथवा ऑनलाइन एक और सेशन करवाती है, जिसमें तनाव का प्रबंध किस प्रकार से किया जा सकता है? इस हेतु क्या स्ट्रैटेजिक हो सकती है? उनकी जानकारी देती है इस प्रकार के पांच सेशन बच्चों की मेंटल हेल्थ के संबंध में दिए जाते हैं |
जैसे ही प्रोग्राम अपनी समाप्ति की ओर होता है समूह विशेष की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए जनरल गाइडेंस दी जाती है | इस सेशन में हमारे योगा थैरेपिस्ट,न्यूट्रीशनिस्ट एवं मेंटल हेल्थ साइकोलॉजिस्ट बच्चों को दिशा निर्देशन देते हैं कि किस प्रकार से वह अपने समग्र स्वास्थ्य की यात्रा को अनवरत रूप से जारी रख सकते हैं |
प्रोग्राम कॉस्ट
4-6 वर्ष की आयु : 2,40,000/- 3 माह की अवधि के लिए + योग के 24 सेशंस + योगिक डाइट के 6 सेशंस + मानसिक स्वस्थ्य के 6 सेशंस + समूह की अधिकतम संख्या 100-500
7-10 वर्ष की आयु :2,40,000/- 3 माह की अवधि के लिए + योग के 24 सेशंस + योगिक डाइट के 6 सेशंस + मानसिक स्वस्थ्य के 6 सेशंस + समूह की अधिकतम संख्या 100-500
11-13 वर्ष की आयु :2,40,000/- 3 माह की अवधि के लिए + योग के 24 सेशंस + योगिक डाइट के 6 सेशंस + मानसिक स्वस्थ्य के 6 सेशंस + समूह की अधिकतम संख्या 100-500
14-17 वर्ष की आयु :2,40,000/- 3 माह की अवधि के लिए + योग के 24 सेशंस + योगिक डाइट के 6 सेशंस + मानसिक स्वस्थ्य के 6 सेशंस + समूह की अधिकतम संख्या 100-500
प्रोग्राम में रजिस्टर करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें