ऐसा व्यक्‍ति जो अपने योगाभ्यास से प्रेम करता हो, मैंने ॠषि को सदैव ऐसे देखा है। वह अपने योगाभ्यास में नियमितता रखता है। योग के प्रति लोगों में जागरूकता लाने में भी अग्रणि रहता है। योग का ऐतिहासिक महत्व एवं वर्तमान समय में मानव जीवन में योग की प्रासंगिकता, ये ॠषि से सीखा जा सकता है।