सिगरेट छोड़ने का योगिक तरीका
प्रत्येक सिगरेट पीने वाले व्यक्ति के मन में कई बार उठना है कि यार छोड़ना तो मैं चाहता हूं लेकिन छोड़ ही नहीं पा रहा हूं | कई व्यक्ति रोज कसम खाते हैं कि अब नहीं पियेंगे | बस यह एक अंतिम पी रहे हैं रोज कसम टूट जाती है | याद रखें कसम सिगरेट पीने वाले व्यक्ति से टूट जाती है वह स्वयं नहीं तोड़ना चाह रहा है |
यह अंतिम सिगरेट है अंतिम दो दिन और पियूंगा अगले 7 दिन नहीं पियूंगा इत्यादि- इत्यादि केवल छलावे हैं | योगिक परिपेक्ष कहता है कोई भी लत उपरोक्त छलावों से नहीं छूट सकती |
योग कहता है यदि सिगरेट छोड़नी है तो व्यक्ति को सिगरेट के प्रति होशपूर्वक होना पड़ेगा | मनुष्य सिगरेट को बड़ी गहरी बेहोशी में पीता है | सिगरेट पी रहा है और सारा ध्यान माथे में चलने वाले विचारों पर लगा हुआ है | बस टेंशन में है और पी रहा है या किसी बढ़िया बात को याद कर रहा है और सिगरेट पी रहा है | उपरोक्त वर्णित दोनों अवस्थाओं में ही बेहोशी है योग कहता है कि ध्यान कहीं और हो तथा हम कोई भी क्रिया करते चले जा रहे हो ऐसी क्रिया बेहोशी की श्रेणी में आती है |
जब हम हमारा मन,मस्तिष्क, शरीर, सांस सभी को एक जगह इकट्ठा करके किसी भी कार्य में रमते हैं, केवल तब ही हम होशपूर्वक होते हैं | अन्यथा हम बेहोशी में ही होते हैं | इसका अर्थ हुआ जो भी व्यक्ति सिगरेट छोड़ना चाहता है उसे बस एक ही संकल्प करना होगा कि सिगरेट को जब भी पियेंगा होशपूर्वक ही पिएगा | सिगरेट को निकाल कर जलाने से लेकर पूरी पीने तक की संपूर्ण प्रक्रिया को बड़े ही होशपूर्वक ढंग से, अत्यधिक ध्यानपूर्वक पूरा आनंद लेते हुए करेंगे |धुएं को फेफड़ों में जाते हुए महसूस करेंगे,धुएं के छल्ले को मुंह से निकलकर हवा में जाते हुए भी देखेंगे | योग कहता है जब हम होश से भरे हुए होते हैं तब हमसे केवल शुभ ही हो सकता है | आनंददायी ही हो सकता है, कल्याणकारी ही हो सकता है क्योंकि होश में ईश्वर विद्यमान होता है| ईश्वर हमसे कभी अहितकारी, अशुभ, अकल्याणकारी करवाता ही नहीं है |
होशपूर्वक सिगरेट पीने से कुछ ही समय में आप पाएंगे कि यार मजा ही नहीं आ रहा | मैं यह क्या करें ही जा रहा हूं ? आपको स्वयं ही सिगरेट की निरर्थकता का अनुभव हो जाएगा | याद रखिए आपके इस अनुभव के कारण ही सिगरेट आपसे छूट जाएगी | सिगरेट छोड़ी नहीं जाती सिगरेट छूट जाती है | सिगरेट छूटना आपके होशपूर्वक होने का परिणाम है | आप संकल्प के साथ इस प्रयोग को एक महीना करिए योग कहता है आप जीतेंगे और सिगरेट हारेगी
ऋषि सिंह
योग गुरु (योगावास )
yogavaas.in
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