बच्चों की ऑनलाइन योग की क्लास
बच्चों को योग करना चाहिए किंतु प्रश्न यह है कि क्या बच्चे ऑनलाइन योग को सहज रूप से कर सकते हैं ? पेरेंट्स को ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे मौलिक होते हैं,सहज होते हैं | कुल मिलाकर अंदर से जैसे होते हैं बाहर से भी ठीक वैसे ही होते हैं |जब एक बच्चा क्रोध करता है तो कैसे पैर को धरती पर पटकता है मानो धरती को हिला ही देगा | मेरे कहने का तात्पर्य है बच्चे सच्चे होते हैं, उनमें छल- कपट नहीं होता | सभी परिपेक्ष में ऑनलाइन कार्यकलाप वर्तमान समय की आवश्यकता है |
बच्चे कोरे होते हैं | पेरेंट्स जैसी चाहे उन्हें वैसी शेप दे सकते हैं | पैरंट्स ने ही कहीं ना कहीं यह धारण कर रखी है कि बच्चे ऑनलाइन योग नहीं कर सकते | मैं कहना चाहता हूं कि जब बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कर सकते हैं, डांस कर सकते हैं,ड्राइंग कर सकते हैं, अन्य हॉबी क्लासेस कर सकते हैं तो बच्चे ऑनलाइन योग क्लास भी कर सकते हैं | विज्ञान मानता है कि 4 साल की उम्र से ही बच्चे योग कर सकते हैं बस योग गुरु को बच्चों को खेल-खेल में ऑनलाइन योग करवाने की कला आनी चाहिए | ऑनलाइन योग बच्चे आसानी से इसलिए भी कर सकते हैं कि एक तो योग गुरु बच्चों को स्वयं की स्क्रीन के ठीक सामने देख पाता है | अतः बच्चा इंटरेस्ट ले रहा है अथवा नहीं ले रहा योग गुरु सीधे तौर पर देख पाता है | इससे योग गुरु तुरंत बच्चों को क्लास में इंवॉल्व करने हेतु कोई ना कोई उन बच्चों की रुचि संबंधित गतिविधि करवा सकता है,बच्चों को सीधे निर्देश के माध्यम से योग क्लास में पुनः इंवॉल्व किया जा सकता है | बच्चे यदि ऑनलाइन योग करेंगे तो उनके आने-जाने का समय बचेगा | वे अपने प्रिय तथा रुचिकर योग गुरु से योग सीख सकेंगे चाहे वह योग गुरु विश्व के किसी भी शहर में क्यों न रहता हो | सत्य भी है कि आवश्यक नहीं कि आप जहां पर रह रहे हो वहीं पर अनुभवी एवं स्वयं के कार्य में दक्ष तथा निपुण योग गुरु भी रहता हो| किंतु इस समस्या का हल ऑनलाइन बड़ी आसानी से मिल जाता है | बच्चे स्क्रीन के साथ यूं भी सहज हो चुके हैं | पेरेंट्स को सूचना टेक्नोलॉजी का फायदा उठाते हुए बच्चों को ऑनलाइन योग क्लास हेतु प्रेरित करना चाहिए जिससे योग के माध्यम से बच्चों का सर्वांगीण शारीरिक तथा मानसिक विकास हो सके ऋषि सिंह( योग गुरु )
योगावास
ऋषि सिंह (योग गुरु ) योगावास- www.yogavaas.in Certified Yoga and Meditation Trainer #YogaTherapist #Yogguru #Naturelover #SeekerofCosmos
बुजुर्गों को ऑनलाइन योग क्यों करना चाहिए?
योग सभी को करना चाहिए चाहे बच्चे हो या बुजुर्ग | बच्चे यदि योग करेंगे तो उनका शारीरिक एवं मानसिक विकास श्रेष्ठतम स्तर का होगा | ठीक वैसे ही बुजुर्ग यदि योग करेंगे तो उनके शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के ढलने की गति बहुत धीमी हो जाएगी | ऑनलाइन योग इसलिए आसान है कि इससे बुजुर्गों को घर से बाहर नहीं जाना पड़ेगा | बुजुर्ग स्वयं के समय के अनुसार ऑनलाइन योगा क्लास को कर सकेंगे | मोबाइल चलाने की एवं उस पर वीडियो देखने की आदत यूं भी हमारे बुजुर्गों को पड ही चुकी है |अतः ऑनलाइन योग का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि आप अपने प्रिय एवं पसंदीदा योग गुरु से योग सीख सकते हैं,चाहे वह किसी भी अन्य शहर में क्यों नहीं रहता हो |
बुजुर्ग योग गुरु की स्क्रीन के ठीक सामने होते हैं जिससे योग गुरु उनके आसनों के पोस्चर एवं एलाइनमेंट को भी अपने निर्देशों द्वारा सही करवाता रहता है | बुजुर्गों को ऑनलाइन योगा क्लास लैपटॉप पर करनी चाहिए क्योंकि उसकी स्क्रीन मोबाइल से काफी बड़ी रहती है | लैपटॉप से स्पीकर भी अटैच हो जाते हैं तो आवाज भी बढ़िया एवं आसानी से सुनाई देती है | यदि बुजुर्गों के घुटनों में दर्द रहता है तो वह कुर्सी पर बैठकर भी योग कर सकते हैं |जी हां चेयर योग भी संभव है | बुजुर्गों को ऑनलाइन योगा क्लास में ब्लू लाइट प्रोटेक्टर चश्मा जरूर पहन लेना चाहिए इससे आंखों को नुकसान नहीं होता |ऑनलाइन योगा क्लास करने हेतु बुजुर्गों को अपने घर में एक स्थान निश्चित एवं नियत कर देना चाहिए इससे ऑनलाइन योग करने में बुजुर्गों को शीघ्र ही सहजता एवं मौलिकता भी आ जाएगी | विज्ञान द्वारा प्रदत्त की गई इस सूचना क्रांति का फायदा हमारे बुजुर्गों को लेना ही चाहिए | तथा ऑनलाइन योग एवं नवीन तकनीक का खुले हृदय से स्वागत करना चाहिए | आवश्यकता होने पर हमारे बुजुर्ग ऑनलाइन डॉक्टर से भी सेवाएं लेते हैं जिससे कि उनका रोग ठीक हो सके | अतः यह बात हुई बीमारी हो जाने के पश्चात उसके उपचार की जो की आवश्यक भी है | ठीक इसी प्रकार हमारे बुजुर्गों को यह ध्यान में लेना चाहिए कि बीमारी आए ही ना कुछ ऐसा करेंकि स्वास्थ्य निरंतर सही बना रहे,इस हेतु भी एक वातावरण तैयार करना होता है और वह वातावरण ऑनलाइन योग करने के माध्यम से तैयार किया जा सकता है | बुजुर्गों की ऑनलाइन योगा क्लास से उन्हें शारीरिक एवं मानसिक श्रेष्ठतम स्वास्थ्य की प्राप्ति तो होगी ही,साथ ही साथ बुजुर्गों की स्वयं की आवश्यकता तथा समय के अनुसार योग करने की सुविधा भी बनी रहेगी |
ऋषि सिंह (योग गुरु ) योगावास- www.yogavaas.in Certified Yoga and Meditation Trainer #YogaTherapist #Yogguru #Naturelover #SeekerofCosmos
ऑनलाइन मेडिटेशन करना चाहिए या नहीं ?
उपरोक्त प्रश्न की सार्थकता इसमें है कि हम सभी सहमत हैं कि मेडिटेशन (ध्यान )तो सहज रूप से हम सभी के जीवन का एक अंग होना ही चाहिए | अब प्रश्न रहा कि ध्यान ऑनलाइन करें या ऑफलाइन करें? हम जरा ध्यान में ले कि ऑनलाइन मेडिटेशन करने से मेडिटेशन की सार्थकता तो प्रभावित नहीं हो रही? ऑनलाइन मैडिटेशन यही तो होता है कि एक डिवाइस हमारी इंद्रियों (देखना, सुनना) के लिए माध्यम का कार्य करता है | हम हमारी चॉइस के योग गुरु के सानिध्य में मेडिटेशन कर पाते हैं | ऑनलाइन मेडिटेशन में हमारा आने-जाने का समय बचता है,ट्रैफिक में फंस जाने की चिंता का स्वत: निराकरण हो जाता है | घर पर हमारे प्रिय स्थान पर शांतिपूर्ण वातावरण में हम, हमारा डिवाइस( मोबाइल लैपटॉप ),हमारे प्रिय योग गुरु की उपस्थिति तथा मेडिटेशन का आनंद हो जाता है |
विज्ञान ने हमें ऑनलाइन हो जाने की सुविधा दी है | अब यह हमारे विवेक पर निर्भर है कि हम इस सुविधा का सदुपयोग करें या दुरुपयोग करें, निर्माणकारी बने या निरर्थक बने | ऑनलाइन मेडिटेशन क्लासेस के माध्यम से योग गुरु के निर्देशों को सुनना तथा उनकी अनुपालना सहज रूप से करना आसान हो जाता है | योग गुरु आपको ध्यान की गहराइयों में ले जाने हेतु किसी म्यूजिक या धुन का प्रयोग करना चाहे तो आसानी से कर सकता है | ऑनलाइन मेडिटेशन क्लास में आप योग गुरु की स्क्रीन के ठीक सामने होते हैं | गुरु आपकी शारीरिक स्थिति को आसानी से देख एवं समझ पाता है | तथा स्वयं के निर्देशों में आवश्यक बदलाव भी कर पाता है | ऑनलाइन होने से विश्व सही मायने में एक हो चुका है आप अपने प्रिय योग गुरु से मात्र एक बटन की दूरी पर हैं,चाहे आप विश्व में कहीं भी रह रहे हो | सूचना क्रांति ने कमाल ही कर दिया है | हमें भी विज्ञान की इस महान उपलब्धि का फायदा उठाना चाहिए तथा ऑनलाइन योग,ऑनलाइन मेडिटेशन को सहर्ष स्वीकार करना चाहिए |
ऋषि सिंह (योग गुरु)
योगावास